म्यूचुअल फंड में स्टैंडर्ड डेविएशन या मानक विचलन को समझना - फॉर्मूला और रिटर्न
जीवन में आप जो भी करते हैं उसमें थोड़ी बहुत रिस्क ज़रूर होती है. उदाहरण के लिए, अगर आप बंजी-जंपिंग करने के लिए तैयार हैं, तो इसका मतलब है कि आप बाकी लोगों से अधिक जोखिम लेने वाले व्यक्ति हैं. लेकिन आप जोखिम लेने के लिए तैयार हैं इसका मतलब यह नहीं है कि आप आने वाली विपरीत परिस्थितियों और दुर्घटनाओं का पहले से अनुमान लगा सकते हैं. यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप सुरक्षित हाथों में हैं, आप यह जानना चाहेंगे कि क्या पहले कोई दुर्घटना हुई है या फिर जंपिंग के अब तक कितने प्रयास सफल रहे हैं. ऐसा इसलिए है कि भले ही आप अधिक जोखिम लेने वाले व्यक्ति हों, आपको यह जानना आवश्यक है कि आप कितना जोखिम उठा रहे हैं. फाइनेंशियल निवेश की दुनिया में, जोखिम का यह दायरा या रिटर्न में उतार-चढ़ाव इस बात का निर्धारण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि आपको किसी विशेष निवेश माध्यम में निवेश करना चाहिए या नहीं. और रिटर्न में इस उतार-चढ़ाव की गणितीय रूप से गणना स्टैंडर्ड डेविएशन (एसडी) की मदद से की जाती है.
एसडी प्रत्येक म्यूचुअल फंड स्कीम या ऐसे किसी अन्य निवेश से जुड़ी एक संख्या है, जो आपको बताती है कि उस स्कीम से आपको प्राप्त रिटर्न औसत रिटर्न से कितना विचलित हो गया है.
स्टैंडर्ड डेविएशन को समझना
जब आप निवेश करने का निर्णय लेते हैं तो म्यूचुअल फंड स्कीम द्वारा प्रदान किए गए वार्षिक रिटर्न आपके निर्णय को प्रभावित करने वाला एक प्रमुख कारक होता है. लेकिन मार्केट के उतार-चढ़ाव को देखते हुए यह आवश्यक नहीं है कि ये रिटर्न आगे भी बने रहें. एसडी आपको इस प्रकार के जोखिम का मापन करने में मदद करता है; दूसरे शब्दों में कहें तो, यह आपको जानकारी देता है कि आपके रिटर्न औसत से कितना नीचे या ऊपर जा सकते हैं.
आइए एक उदाहरण से इसे समझते हैं. मान लें कि आप 6 महीनों की अवधि के लिए हर महीने प्याज की प्रति किलोग्राम कीमतों को ट्रैक करते हैं, यहां पर उसके रिकॉर्ड दिए गए हैं-
इस टेबल से पता चलता है कि, प्रति किलोग्राम प्याज की औसत कीमत ₹ 33.8571 रही है. आइए अब देखें कि किसी दिए गए महीने के लिए कीमतों में औसत कीमत के मुकाबले कितना उतार-चढ़ाव हुआ है-
औसत कीमत से हुए बदलाव का औसत ₹ 6.266 आता है. इसका मतलब है कि, अधिकांश मामलों में कीमतें ₹ 33.8571 से ₹ 6.266 कम या अधिक हो जाने की ही संभावना है. 6.266 की यह वैल्यू स्टैंडर्ड डेविएशन के रूप में जानी जाती है और इसे रिटर्न पर भी लागू किया जा सकता है.
एक निवेशक के रूप में, आपको जानकारी हो सकती है कि इक्विटी स्कीम में डेब्ट स्कीम के मुकाबले अधिक जोखिम निहित होता है. लेकिन आप कितना उतार-चढ़ाव सहन कर सकते हैं? अगर इक्विटी स्कीम का औसत वार्षिक रिटर्न, मान लें 15% है और स्टैंडर्ड डेविएशन 12 है, तो आपका रिटर्न नीचे की ओर 3% तक या ऊपर की ओर 27% तक जा सकता है.
ये उदाहरण केवल समझने के लिए हैं, ये निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड की किसी भी स्कीम के प्रदर्शन से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संबंधित नहीं हैं
ध्यान में रखने लायक चीजें-
- कम जोखिम वाली म्यूचुअल फंड स्कीम, जैसे कि डेब्ट स्कीम का एसडी इक्विटी स्कीम की तुलना में कम होता है
- एसडी का कम या अधिक होना किसी स्कीम को बेहतर या बुरी नहीं बनाता है जब तक कि इसका उपयोग उसी श्रेणी की दो म्यूचुअल फंड स्कीम की तुलना करने के लिए नहीं किया जाता है. उदाहरण के लिए, आप दो लार्ज-कैप इक्विटी स्कीम के एसडी की तुलना कर सकते हैं और उन दोनों में से किसी एक को चुनने का निर्णय ले सकते हैं, लेकिन आपको एक लार्ज-कैप इक्विटी स्कीम के साथ डेब्ट स्कीम के एसडी की तुलना नहीं करनी चाहिए.
- अगर स्कीम एक ऐसी श्रेणी में है जिसमें उच्च उतार-चढ़ाव देखा जाता है, जिस कारण से उसका एसडी भी अधिक होता है - इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि स्कीम अस्थिर है और उसे खरीदा नहीं जाना चाहिए. इसी प्रकार, कम एसडी वाली डेब्ट स्कीम का अर्थ यह नहीं है कि यह एक बेहतरीन विकल्प है.
- निवेश की अवधि जितनी अधिक होगी, एसडी भी उतना ही कम हो जाएगा. इसका कारण यह है कि लंबी अवधि म्यूचुअल फंड निवेश से जुड़ी अस्थिरता को कम कर देती है.
निष्कर्ष-
म्यूचुअल फंड स्कीम का एसडी आपको उस स्कीम के जोखिम को मापने में मदद कर सकता है, लेकिन यह कोई शर्तिया तरीका नहीं है, जिसका मतलब है कि अकेले देखे जाने पर इसका कोई महत्व नहीं है. यह एक सापेक्ष तरीका है और इस पर अन्य स्कीम के संबंध में विचार किया जाना चाहिए. अधिक जानकारी के लिए आप अपने म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर से संपर्क कर सकते हैं.
यहां व्यक्त किए गए सभी विचार राय मात्र हैं और इन्हें पाठक द्वारा अनुसरण की जाने वाली किसी भी क्रिया के लिए दिशानिर्देश या सुझाव नहीं माना जाना चाहिए. यह जानकारी केवल सामान्य पढ़ने के उद्देश्यों के लिए है और इसका उद्देश्य पाठकों के लिए पेशेवर गाइड के रूप में काम करना नहीं है.