हम सभी जानते हैं कि
म्यूचुअल फंड निवेश में जोखिम होता है और निवेश करने से पहले स्कीम से संबंधित डॉक्यूमेंट को सावधानीपूर्वक पढ़ा जाना चाहिए. लेकिन उस डॉक्यूमेंट में ऐसा क्या होता है, जिसे इतनी सावधानी से पढ़ने की ज़रूरत है और एक निवेशक के रूप में फंड खरीदने का निर्णय लेने से पहले हमें इन डॉक्यूमेंट से क्या समझना चाहिए? आपके इन्हीं कुछ प्रश्नों के जवाब यहां दिए गए हैं, जो आपकी जानकारी बढ़ाने का काम करेंगे:
- जोखिम- हम जानते हैं कि इस प्रकार के निवेश में जोखिम होता है, लेकिन यदि सही कैलकुलेशन (चाहे वह ऑनलाइन उपलब्ध कैलकुलेटर से हो या मैनुअल रूप से हो) के बाद निर्णय लिया जाता है, तो आप आसानी से निर्धारित कर सकते हैं कि कौन सी स्कीम आपके लिए फायदेमंद होगी.
- मूल्यांकन- निवेश के मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत सबसे पहले अपनी आयु, फाइनेंस के लिए फंड, फाइनेंशियल लक्ष्य, आय के स्रोत और फ्लो, निवेश के लिए उपलब्ध समय, मौजूदा एसेट और जोखिम लेने की क्षमता आदि का मूल्यांकन आवश्यक है. इन सभी कारकों पर विचार कर लेने से आप यह निर्धारित कर पाएंगे कि आपको किस प्रकार की पॉलिसी लेनी है.
- प्रदर्शन - स्कीम का पिछला प्रदर्शन और रिटर्न के मामले में इसका ट्रैक रिकॉर्ड देखा जाना आवश्यक है. इसके अलावा इस स्कीम के प्रदर्शन और रिटर्न की तुलना इसके जैसे अन्य स्कीम के प्रदर्शन और रिटर्न से की जानी चाहिए. जिस फंड में अधिक और निरंतर रिटर्न मिलते हैं, उसमें निवेश करना बेहतर रहता है. हालांकि ऐसा ज़रूरी नहीं है कि आप भविष्य का पूरी तरह से अनुमान लगा लेंगे, इसी प्रकार पिछले प्रदर्शन का भविष्य में दोहराया जाना भी ज़रूरी नहीं है.
- विविधता- अपने सारे पैसों को एक ही जगह पर निवेश कर देना एक प्रकार का जुआ खेलना हो सकता है, इसलिए अपने एसेट को विभिन्न स्कीमों में एलोकेट कर देना अच्छा रहता है.
- निवेश का उद्देश्य- यह आपको उद्देश्य जानने और निवेश का लक्ष्य समझने में मदद करता है. इसमें यह निर्धारित किया जाता है कि पैसों को इक्विटी या डेट में निवेश किया जाएगा या फिर दोनों में निवेश किया जाएगा. अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आपका उद्देश्य और आपकी रणनीति क्या होगी?
- एक्जिट लोड- यह रिडेम्पशन के समय या विभिन्न स्कीम के बीच ट्रांसफर के दौरान लिया जाने वाला शुल्क है. एक्जिट लोड प्रतिशत NAV से काटा जाता है. आपको निवेश करते समय इस लागत के बारे में पूछना चाहिए और जानकारी प्राप्त करनी चाहिए. इस शुल्क के बिना वाली स्कीम को 'नो लोड स्कीम' कहा जाता है'.
डिस्क्लेमर
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म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिमों के अधीन हैं, स्कीम से जुड़े सभी दस्तावेज़ों को ध्यान से पढ़ें.