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एक्सचेंज ट्रेडेड फंड और उनके प्रकार क्या हैं

एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ), किसी एक खास इंडेक्स को ट्रैक करता है. यह निवेश का एक पैसिव विकल्प है, जिसके तहत आप उस खास इंडेक्स के विभिन्न कंपनियों में निवेश करते हैं. आसान शब्दों में कहें, तो ईटीएफ सिक्योरिटीज़ की एक बास्केट है, जो इंडेक्स की संरचना से मेल खाता है, और इसमें इंडेक्स के समान ही कंपनियों का अनुपात कायम रखा जाता है. ईटीएफ, इंडेक्स के प्रदर्शन को ट्रैक करता है, इसलिए उन्हें फंड मैनेजर द्वारा अलग से मैनेज करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है. इसी प्रकार इनका उद्देश्य अपने इंडेक्स से अधिक रिटर्न देना या उनसे बेहतर प्रदर्शन करना नहीं होता है.

ईटीएफ को स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड किया जाता है और किसी भी अन्य शेयर की तरह, उनकी प्राइस, स्टॉक एक्सचेंज के कार्य-समय में लगातार ऊपर नीचे होती रहती है. वह प्राइस, जिस पर ईटीएफ की एक यूनिट खरीदी जाती है या बेची जाती है, उस मार्केट प्राइस के आधार पर प्राप्त होती है, जिस पर खरीदार या विक्रेता द्वारा निर्णय लिया जाता है, यह एक्सचेंज पर किसी अन्य स्टॉक को खरीदने या बेचने के समान है. ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए.

अन्य ऐक्टिव म्यूचुअल फंड की तुलना में ईटीएफ का एक्सपेंस रेशियो आमतौर पर कम होता है, क्योंकि उन्हें अपने रिसर्च और ऐक्टिव फंड मैनेजमेंट आइडिया के आधार पर स्टॉक चुनने के प्रोसेस का पालन नहीं करना पड़ता है.

हालांकि ये समझने में थोड़ा मुश्किल और जटिल हो सकता है, लेकिन म्यूचुअल फंड की तुलना में इनके बहुत से फायदे भी होते हैं.

• इस्तेमाल करने में आसानी और कम लागत इन्हें आकर्षक निवेश विकल्प बनाते हैं.
• फाइनेंशियल मार्केट में पहली बार कदम रख रहे निवेशक के लिए ये अच्छे विकल्प हो सकते हैं.
• इसके अलावा, कुछ ब्रॉड मार्केट आधारित ईटीएफ, निवेशकों के लिए उनके निवेश पोर्टफोलियो का मुख्य हिस्सा भी बना सकते हैं.

ईटीएफ कैसे काम करते हैं?

ईटीएफ, अपने निर्माण और संरचना के आधार पर अन्य म्यूचुअल फंड के समान ही होते हैं. ये सिक्योरिटीज़ (स्टॉक, बॉन्ड आदि) का कलेक्शन होते हैं, जिसमें निवेशकों के पैसे निवेश किए जाते हैं. यह पूल उन इच्छुक निवेशकों द्वारा निर्मित होता है, जो अपने निवेश के बदले में जारी किए गए यूनिट या शेयर प्राप्त करते हैं.

अगर आप किसी एक कंपनी के इक्विटी शेयर खरीदते हैं, तो आपके पास केवल उस विशेष स्टॉक में ही स्वामित्व होगा. हालांकि, ईटीएफ में निवेश की गई वही राशि आपको कई अलग-अलग स्टॉक का मालिक बनने और विविधता का लाभ प्राप्त करने की सुविधा देती है, क्योंकि आपका निवेश कई स्टॉक में फैला हुआ होता है. यह किसी एक स्टॉक में निवेश की तुलना में जोखिम को कम करने में भी मदद करेगा.

हालांकि ईटीएफ की बुनियादी संरचना व्यापक रूप से एक ही रहती है, लेकिन फंड कई प्रकार के होते हैं.

ईटीएफ के प्रकार

(a)इक्विटी ईटीएफ:

जब कोई ईटीएफ का उल्लेख करता है, तो निम्नलिखित फंड दिमाग में आते हैं. ये एस एंड पी बीएसई सेंसेक्स या निफ्टी 50; सेक्टोरल इंडेक्स, जैसे निफ्टी बैंक या निफ्टी आईटी; थीमेटिक इंडेक्स, जैसे निफ्टी इंफ्रास्ट्रक्चर या स्ट्रेटेजी इंडेक्स, जैसे निफ्टी 50 वैल्यू 20 इंडेक्स आदि जैसे ब्रॉड मार्केट स्टॉक इंडेक्स को ट्रैक करते हैं. इसके अलावा, कुछ इंटरनेशनल ईटीएफ भी उपलब्ध हैं, जो हैंग सेंग या नैस्डैक 100 जैसे इंटरनेशनल मार्केट के लोकप्रिय इंडेक्स को ट्रैक करते हैं. ये ईटीएफ, नए निवेशक को स्टॉक मार्केट जैसा अनुभव प्रदान करके, इक्विटी में पहली बार इन्वेस्ट करने में मदद करते हैं. इस तरह के ईटीएफ में निवेश करके, निवेशक को लोकप्रिय इंडेक्स में सभी स्टॉक का मालिक बनने और अपने पोर्टफोलियो को इंडेक्स के समान रिटर्न (एक्सपेंस रेशियो और ट्रैकिंग एरर के अधीन) के करीब रखने का अवसर मिलता है.

(b) फिक्स्ड इनकम ईटीएफ:

ये फंड, जी-सेक, स्टेट डेवलपमेंट लोन (एसडीएल), सरकारी कंपनियों के बॉन्ड, मनी मार्केट विकल्प आदि जैसी सिक्योरिटीज़ वाले खास बॉन्ड इंडेक्स को दर्शाते हैं. ये इन सिक्योरिटीज़ में निवेश द्वारा विविधता प्रदान करके पोर्टफोलियो की अस्थिरता को कम करने में मदद कर सकते हैं. वर्तमान में, भारत में निवेशक, लिक्विड ईटीएफ, सरकारी बॉन्ड ईटीएफ और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के डेट इश्यू में निवेश करने वाले ईटीएफ खरीद सकते हैं.

(c)कमोडिटी ईटीएफ:

ये फंड निवेशक को अपने पोर्टफोलियो में कमोडिटी जोड़ने में मदद करते हैं. ये डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट के रूप में हो सकते हैं, जो उन कमोडिटी की प्राइस को ट्रैक करते हैं, जिसमें कोई निवेश करना चाहता है. भारत में, वर्तमान में कानून केवल गोल्ड ईटीएफ की अनुमति देता है. गोल्ड ईटीएफ में एक निवेशक, अप्रत्यक्ष रूप से 99.5% शुद्धता वाले फिजिकल गोल्ड का मालिक बनता है. यहां इसका उद्देश्य फिजिकल गोल्ड (एक्सपेंस रेशियो और ट्रैकिंग एरर के अधीन) की कीमतों के प्रदर्शन को ट्रैक करना है.

कृपया ध्यान दें कि ईटीएफ की यह लिस्ट संपूर्ण नहीं है. फाइनेंशियल इन्वेंशन के चलते, विशेषकर यूरोप और यूएस जैसे विकसित देशों में, मार्केट में कई नए ईटीएफ शुरू किए गए हैं. ये बेसिक ईटीएफ आपकी पैसिव निवेश यात्रा शुरू करने का एक बेहतरीन तरीका हैं. आपको सलाह दी जाती है कि आप हर प्रकार के ईटीएफ में निहित जोखिम को अच्छी तरह से समझें और उसके बाद ही निवेश करें.

म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट मार्केट जोखिमों के अधीन हैं, स्कीम से संबंधित सभी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें.

यहां दी गई जानकारी केवल सामान्य पढ़ने के उद्देश्यों के लिए है और व्यक्त किए गए विचार केवल राय हैं और इसलिए इन्हें पाठकों के लिए दिशानिर्देश, सिफारिशें या पेशेवर मार्गदर्शक के रूप में नहीं माना जा सकता है. इस डॉक्यूमेंट को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी, आंतरिक रूप से विकसित डेटा और विश्वसनीय माने जाने वाले अन्य स्रोतों के आधार पर तैयार किया गया है. प्रायोजक, इन्वेस्टमेंट मैनेजर, ट्रस्टी या उनके निदेशक, कर्मचारी, सहयोगी या प्रतिनिधि ("संस्थाएं और उनके सहयोगी") ऐसी जानकारी की सटीकता, पूर्णता, पर्याप्तता और विश्वसनीयता की ज़िम्मेदारी या गारंटी नहीं लेते हैं. इस जानकारी के प्राप्तकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्वयं के विश्लेषण, व्याख्या और जांच पर भरोसा करें. किसी भी तरह का इन्वेस्टमेंट निर्णय लेने के लिए पाठकों को स्वतंत्र रूप से प्रोफेशनल लोगों से परामर्श लेने की भी सलाह दी जाती है. इस सामग्री की तैयारी या जारी करने में शामिल व्यक्तियों सहित संस्थाएं और उनके सहयोगी, इस सामग्री में शामिल जानकारी से उत्पन्न होने वाले हानि के लिए किसी भी प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष, विशेष, आकस्मिक, परिणामी, दंडात्मक या अनुकरणीय नुकसान के लिए किसी भी तरह से उत्तरदायी नहीं होंगे. इस डॉक्यूमेंट के आधार पर लिए गए किसी भी निर्णय के लिए केवल प्राप्तकर्ता ही पूरी तरह से ज़िम्मेदार होंगे.


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