जब भी निवेश की बात आती है, तो लोग
म्यूचुअल फंडको लेकर उलझन में पड़ जाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इसे समझना और मैनेज करना मुश्किल है. शब्द जाल में ना फंसते हुए अगर आसान भाषा में कहें, तो यह उन पैसों या फंड का संग्रह है, जिसमें एक समान विचारधारा वाले निवेशकों द्वारा निवेश किया जाता है. वे राशि के रूप में जो भी योगदान करते हैं, उसे मैनेज करने का कार्य प्रोफेशनल फंड मैनेजर करते हैं, जो मार्केट पर नज़र रखते हैं और अपने कौशल का उपयोग करके विभिन्न फाइनेंशियल विकल्पों में निवेश करते हैं.
ऐसी स्थिति में इन निवेशकों का फाइनेंशियल लक्ष्य सामान होता है और इसलिए उनके फंड को ऐसी स्कीम में निवेश किया जाता है, जो इन लक्ष्यों को पूरा कर सके. ये फंड आमतौर पर विविध रूप से कई स्टॉक, बॉन्ड, शॉर्ट टर्म
मनी मार्केट विकल्प और कमोडिटी में निवेश किए जाते हैं. इस तरह से म्यूचुअल फंड निवेश बचत का आकर्षक तरीका ऑफर करते हैं, जिसमें आपको बहुत ज़्यादा ध्यान देने की आवश्यकता नहीं पड़ती, क्योंकि उन्हें सुविधाजनक ढंग से हर दिन पैसों को मैनेज करने वाले एक्सपर्ट द्वारा मैनेज किया जाता है.
फंड के प्रकार को चुनते समय, निवेशक को पहले निवेश की राशि, निवेश की अवधि और जोखिम उठाने की क्षमता पर विचार कर लेना चाहिए. इसके लिए, यह आवश्यक है कि आपको विभिन्न उपलब्ध विकल्पों के बारे में पता हो. म्यूचुअल फंड की तीन बेसिक कैटेगरी इस प्रकार हैं:
- डेट फंड
- इक्विटी
- लिक्विड/हाइब्रिड फंड
डेट फंड, अपने नाम के अनुसार यह कर्ज़ के सिद्धांत पर कार्य करता है. इसी फंड की सहायता से अधिकांश कंपनियां, राज्य और यहां तक कि केंद्र की सरकारें भी काम करती हैं. पैसे जुटाने के लिए वे कई कर्ज़ वाले विकल्प जैसे टी-बिल, डिबेंचर आदि जारी करते हैं. डेट फंड (कर्ज़ वाले विकल्प) के तहत, अवधि पूरी होने के बाद मूल निवेश वापस मिलने का आश्वासन दिया जाता है और ब्याज की गणना भी दी गयी ब्याज दर पर की जाती है. डेट फंड ही हैं, जो निवेश पोर्टफोलियो में स्थिरता लाते हैं, क्योंकि इनमें शामिल जोखिम निम्न से कम होता हैः
इक्विटी म्यूचुअल फंड.
जब आप इक्विटी फंड में निवेश करते हैं, तो आप अपने निवेश की सीमा तक कंपनी के मालिक की तरह हो जाते हैं. इसलिए इन फंड के लाभ और हानि और इनके प्रदर्शन से आप सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं. हालांकि इसमें शामिल उच्च जोखिम के कारण रिटर्न की संभावना भी अधिक होती है, लेकिन लंबी अवधि में महंगाई और छोटी अवधि में मार्केट के उतार-चढ़ाव को लेकर सतर्क रहना न भूलें.
लिक्विड फंड अत्यधिक लिक्विड एसेट होते हैं, जो कैश की तरह काम आ सकते हैं. निवेशक इन्हें आसानी से निकाल सकते हैं और इनमें सबसे कम जोखिम शामिल होता है. इन पर मिलने वाला रिटर्न सेविंग अकाउंट के रिटर्न से थोड़ा अधिक हो सकता है. हाइब्रिड फंड, ऐसे फंड होते हैं, जो पोर्टफोलियो में डेट और इक्विटी, दोनों को मिलाकर तैयार किए जाते हैं. इक्विटी और डेट के मिश्रण के अनुसार, हाइब्रिड फंड में काफी विविधताएं हो सकती हैं.
जब आप वापस अपना फंड निकालते हैं, तो उनका भुगतान नेट एसेट वैल्यू (एनएवी) के आधार पर किया जाता है. शेयर की कीमतों की तरह, एनएवी, किसी फंड की प्रत्येक यूनिट के मार्केट वैल्यू या उस कीमत को दर्शाता है, जिस पर निवेशक यूनिट को खरीद या बेच सकते हैं. इसकी गणना निर्धारित दिन पर शेयरों, सिक्योरिटीज़ और बॉन्ड्स के संयुक्त मार्केट वैल्यू के आधार पर की जाती है.
डिस्क्लेमर
यहां दी गई जानकारी केवल सामान्य पढ़ने के उद्देश्य से है तथा यहां व्यक्त किए गए विचार केवल राय हैं और इसलिए इन्हें पाठकों के लिए दिशानिर्देश, सिफारिश या प्रोफेशनल गाइड के रूप में नहीं माना जा सकता है. इंडस्ट्री और मार्केट से संबंधित कुछ तथ्य और सांख्यिकीय जानकारी (ऐतिहासिक और अनुमानित) स्वतंत्र थर्ड पार्टी स्रोतों से प्राप्त की गई हैं, जिन्हें विश्वसनीय समझा जाता है. यहां यह ध्यान में रखा जाना चाहिए कि, क्योंकि एनएएम इंडिया (पूर्व में रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड) ने ऐसी जानकारी या डेटा की सटीकता या प्रामाणिकता को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया है, या इस मामले में, ऐसे डेटा और जानकारी को प्रोसेस या प्राप्त की गई धारणाओं के उचित होने का सत्यापन नहीं किया है; इसलिए एनएएम इंडिया (पूर्व में रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड) ऐसे डेटा और जानकारी की सटीकता या प्रामाणिकता के लिए किसी भी तरह से ज़िम्मेदार या उत्तरदाई नहीं है. इस सामग्री में शामिल कुछ स्टेटमेंट और दावे एनएएम इंडिया (पहले रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड) के विचार या राय दर्शा सकते हैं, जो इस तरह के डेटा या जानकारी के आधार पर बनाए गए हों.
कोई भी निवेश करने से पहले, पाठकों को एक सूचित निवेश निर्णय पर पहुंचने के लिए स्वतंत्र पेशेवर सलाह प्राप्त करने और सभी सामग्रियों का सत्यापन करने की सलाह दी जाती है. कोई भी प्रायोजक, इन्वेस्टमेंट मैनेजर, ट्रस्टी, उनसे संबंधित निदेशक, कर्मचारी, सहयोगी या प्रतिनिधि इस सामग्री में निहित जानकारी से उत्पन्न होने वाली हानि सहित, किसी भी प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष, विशेष, आकस्मिक, परिणामी, दंडात्मक या अनुकरणीय क्षति के लिए किसी भी तरह से उत्तरदायी नहीं होंगे.
म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिमों के अधीन हैं, स्कीम से जुड़े सभी दस्तावेज़ों को ध्यान से पढ़ें.