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म्यूचुअल फंड के बारे में जानकारी

भारत में म्यूचुअल फंड की अवधारणा नई नहीं है, लेकिन पिछले एक या दो दशक में, इसे निश्चित रूप से अधिक लोकप्रियता प्राप्त हुई है. लोगों को उनके धन को मैनेज करने के एक बेहतर तरीके के रूप में भारत में म्यूचुअल फंड एक सफल सामूहिक इन्वेस्टमेंट विकल्प बन गया है. यह मूल रूप से उन लोगों के पैसे एकत्रित करता है, जो सिक्योरिटीज़ में इन्वेस्ट करना चाहते हैं. ये सिक्योरिटीज़ ट्रेड योग्य एसेट हैं, जिन्हें मोटे तौर पर उनके इन्वेस्टमेंट के उद्देश्य के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है और ये इक्विटी फंड​, डेट फंड, डाइवर्सिफाइड फंड, मनी मार्केट फंड, सेक्टर विशेष फंड,इंडेक्स फंड, टैक्स सेविंग फंड​, बड़ा​, मिड या लो-कैप फंडकी कैटेगरी में आते हैं. इन फंड में से किसी को पसंद करने के अन्य कारक, उनके बंद होने का समय हो सकता हैं और यह ओपन एंडेड या क्लोज एंडेड स्कीम हो सकता है. साथ ही, भुगतान की अवधि से भी आप लाभांश भुगतान और वृद्धि विकल्प के बीच चुन सकते हैं.

पैसे की बचत करने के लिए अपने पैसे को घर पर रखना एक पारंपरिक तरीका है, लेकिन घर पर रखे गए कैश से आपके पैसे में वृद्धि नहीं होगी. इसके साथ ही, बढ़ती महंगाई के समय में सक्षम बनने के लिए, अपने भविष्य और फाइनेंशियल लक्ष्यों के लिए इन्वेस्ट करना आवश्यक है. इस स्थिति के लिए, म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट एक आकर्षक विकल्प है, जो उन इन्वेस्टर्स के लिए भी किफायती है, जो शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं और मार्केट से जुड़े रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं. हालांकि, अपने पैसे को म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करते समय आपको बड़ी चतुराई और व्यवस्थित रूप से ऐसा करना चाहिए. सबसे पहले, उपलब्ध विभिन्न प्रकार की म्यूचुअल फंड स्कीम को जानना आवश्यक है. इन्वेस्ट करने के लिए आपके पास कितना फंड है? आप कितने समय के लिए अपना फंड इन्वेस्ट करना चाहते हैं? आपकी जोखिम लेने की क्षमता कितनी है? आपके फाइनेंशियल लक्ष्य क्या हैं और आपका कितना लाभ पाना चाहते हैं और कितना नुकसान उठा सकते हैं?

इन ज़रूरी बातों पर निर्णय लेने के बाद, आपको इस क्षेत्र में एक पेशेवर सलाहकार की आवश्यकता होती है, जो मनी मार्केट के व्यापक रिसर्च और गहन जानकारी के आधार पर आपके फंड को मैनेज कर सके. फंड/मनी मैनेजर के रूप में ये पेशेवर लोग ऐसी संस्था बनाते हैं, जो ऐसी कई म्यूचुअल फंड मैनेजमेंट सर्विसेज़ प्रदान करती हैं और जिन्हें एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) या केवल म्यूचुअल फंड कंपनियों के रूप में जाना जाता है. भारत में इन म्यूचुअल फंड कंपनियों को सिक्योरिटीज़ एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) द्वारा नियंत्रित किया जाता है.

अगर आपको लगता है कि म्यूचुअल फंड का मतलब है सिर्फ जोखिम उठाना, तो आप गलत हैं, इसके कई फायदे भी हैं. कुछ इस प्रकार हैं:

  • इसके प्रोसेस के आधार पर भारत में म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना आसान है.
  • विविध जगह पर इन्वेस्टमेंट किया जा सकता है, इससे इन्वेस्टर को लाभ और हानि में संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है और इसमें शामिल जोखिम कम हो जाता है.
  • आपके इन्वेस्टमेंट में लिक्विडिटी होती है, विशेष रूप से ओपन एंडेड पॉलिसी में.
  • आपके इन्वेस्टमेंट की नियमित जानकारी से आपको पारदर्शिता मिलती है.

सारांश: म्यूचुअल फंड एक बेहतरीन सामूहिक इन्वेस्टमेंट विकल्प है, जो लोगों को उनके इन्वेस्टमेंट को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद करता है. यह एक फंड मैनेजमेंट की अवधारणा है, जो उन लोगों के पैसे को एक स्थान पर एकत्र करता है, जो ट्रेड योग्य एसेट में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, जिन्हें मूलधन, बंद होने का समय और भुगतान की अवधि के आधार पर कई कैटेगरी में वर्गीकृत किया जा सकता है. हालांकि ऐसे फंड में जोखिम शामिल होता है, लेकिन इसके कई फायदे भी हैं. अगर आपके फंड को अच्छे से मैनेज किया जाए, तो यह फायदेमंद हो सकता है.

डिस्क्लेमर
यहां दी गई जानकारी केवल सामान्य पढ़ने के उद्देश्य से है तथा यहां व्यक्त किए गए विचार केवल राय हैं और इसलिए इन्हें पाठकों के लिए दिशानिर्देश, सिफारिश या प्रोफेशनल गाइड के रूप में नहीं माना जा सकता है. इंडस्ट्री और मार्केट से संबंधित कुछ तथ्य और सांख्यिकीय जानकारी (ऐतिहासिक और अनुमानित) स्वतंत्र थर्ड पार्टी स्रोतों से प्राप्त की गई हैं, जिन्हें विश्वसनीय समझा जाता है. यहां यह ध्यान में रखा जाना चाहिए कि, क्योंकि एनएएम इंडिया (पूर्व में रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड) ने ऐसी जानकारी या डेटा की सटीकता या प्रामाणिकता को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया है, या इस मामले में, ऐसे डेटा और जानकारी को प्रोसेस या प्राप्त की गई धारणाओं के उचित होने का सत्यापन नहीं किया है; इसलिए एनएएम इंडिया (पूर्व में रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड) ऐसे डेटा और जानकारी की सटीकता या प्रामाणिकता के लिए किसी भी तरह से ज़िम्मेदार या उत्तरदाई नहीं है. इस सामग्री में शामिल कुछ स्टेटमेंट और दावे एनएएम इंडिया (पहले रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड) के विचार या राय दर्शा सकते हैं, जो इस तरह के डेटा या जानकारी के आधार पर बनाए गए हों.

कोई भी निवेश करने से पहले, पाठकों को एक सूचित निवेश निर्णय पर पहुंचने के लिए स्वतंत्र पेशेवर सलाह प्राप्त करने और सभी सामग्रियों का सत्यापन करने की सलाह दी जाती है. कोई भी प्रायोजक, इन्वेस्टमेंट मैनेजर, ट्रस्टी, उनसे संबंधित निदेशक, कर्मचारी, सहयोगी या प्रतिनिधि इस सामग्री में निहित जानकारी से उत्पन्न होने वाली हानि सहित, किसी भी प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष, विशेष, आकस्मिक, परिणामी, दंडात्मक या अनुकरणीय क्षति के लिए किसी भी तरह से उत्तरदायी नहीं होंगे.

म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिमों के अधीन हैं, स्कीम से जुड़े सभी दस्तावेज़ों को ध्यान से पढ़ें.

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